Why Mutual Funds Can Be a Great Choice for Retail Investors to Invest in 2025

Why Mutual Funds Can Be a Great Choice for Retail Investors to Invest in 2025

Why Mutual Funds Can Be a Great Choice for Retail Investors to Invest in 2025
Why Mutual Funds Can Be a Great Choice for Retail Investors to Invest in 2025

A Mutual Funds

   

म्यूचुअल फंड

  एक निवेश है जिसमें कई लोग मिलकर अपनी रकम एक साथ इकट्ठा करते हैं और विभिन्न सिक्योरिटीज (जैसे स्टॉक्स या बांड्स) खरीदते हैं। यह एक सामान्य निवेश विकल्प है जो अमेरिका, कनाडा और भारत जैसे देशों में प्रचलित है। इसी तरह की संरचनाएँ दुनिया के अन्य हिस्सों में भी हैं, जैसे यूरोप में SICAV और यूके में OEIC।
Mutual Funds Types:
  1. Money Market Funds – यह सरकार के बांड जैसे शॉर्ट-टर्म डेट में निवेश करते हैं।
  2. Bond Funds – ये बांड्स या फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं।
  3. Stock Funds – ये मुख्य रूप से स्टॉक्स (इक्विटी) में निवेश करते हैं।
  4. Hybrid Funds – यह स्टॉक्स और बांड्स का मिश्रण होते हैं।
Types of Management:
  1. Index Funds – ये पासिवली मैनेज्ड होते हैं और किसी इंडेक्स को ट्रैक करते हैं, जैसे स्टॉक या बॉंड मार्केट।
  2. Actively Managed Funds – ये मार्केट को बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं लेकिन आमतौर पर इनकी फीस अधिक होती है।
Common Structures of Mutual Funds:
  1. Open-End Funds – आप कभी भी शेयर खरीद और बेच सकते हैं।
  2. Closed-End Funds – इनमें उपलब्ध शेयरों की संख्या निश्चित होती है।
  3. Unit Investment Trusts (UITs) – ये स्टॉक्स या बांड्स का एक निश्चित पोर्टफोलियो रखते हैं।
Why Mutual Funds Can Be a Great Choice for Retail Investors to Invest in 2025

2025 में रिटेल निवेशकों के लिए पासिव फंड्स (Passive Funds) एक बेहतरीन निवेश विकल्प हो सकते हैं। एक ओर जहां सक्रिय (active) फंड्स को विशेषज्ञ प्रबंधकों द्वारा चुने गए स्टॉक्स पर आधारित किया जाता है, वहीं पासिव फंड्स केवल एक इंडेक्स को ट्रैक करते हैं, जैसे Nifty 50 या Sensex। ये फंड्स कम लागत, अधिक विविधीकरण, और लंबे समय तक स्थिर रिटर्न देने के कारण एक शानदार विकल्प बन चुके हैं। इस पोस्ट में हम विस्तार से समझेंगे कि क्यों 2025 में रिटेल निवेशकों के लिए पासिव फंड्स आदर्श हो सकते हैं और इन्हें शुरू करने के आसान तरीके क्या हैं।


1. Low Expense Ratios (कम लागत वाले फंड) in Mutual Funds 

Heading Explanation: पासिव फंड्स की प्रमुख विशेषता उनकी कम लागत है। जब आप एक पासिव फंड में निवेश करते हैं, तो आपको एक सक्रिय फंड की तुलना में बहुत कम प्रबंधन शुल्क देना पड़ता है क्योंकि इन फंड्स का उद्देश्य केवल एक इंडेक्स को ट्रैक करना होता है। इस कारण से, पासिव फंड्स रिटेल निवेशकों के लिए एक किफायती विकल्प हैं।

Example in Table:

Fund TypeExpense RatioReturn after Expenses (Example)
Active Fund1.5%₹98,500 after 10% return (₹10,000)
Passive Fund (Index)0.1%₹99,900 after 10% return (₹10,000)

Why it matters:

  • Active Fund उच्च प्रबंधन शुल्क लेते हैं, जिससे रिटर्न के बाद आपको कम लाभ मिलता है।
  • Passive Fund बहुत कम शुल्क लेते हैं, जिससे आपको अधिक लाभ मिलता है। यही कारण है कि पासिव फंड्स को लंबे समय में बेहतर रिटर्न देने वाला माना जाता है।

2. Instant Diversification (तुरंत विविधीकरण) in Mutual Funds 

Heading Explanation: पासिव फंड्स में निवेश करने से आप तुरंत ही अपनी निवेश राशि को व्यापक रूप से विविधीकृत कर लेते हैं। इसका मतलब है कि आपके निवेश का पैसा एक इंडेक्स में शामिल कई कंपनियों में फैल जाता है। इससे किसी एक कंपनी या सेक्टर के प्रदर्शन पर निर्भरता कम हो जाती है, और यह आपके निवेश को सुरक्षित बनाता है।

Example: मान लीजिए आप Nifty 50 Index को ट्रैक करने वाले एक फंड में निवेश करते हैं। इस फंड के जरिए आपका पैसा 50 प्रमुख कंपनियों जैसे रिलायंस, HDFC, TCS, ICICI Bank आदि में बंट जाता है। अगर एक कंपनी का प्रदर्शन कमजोर होता है, तो अन्य कंपनियों के अच्छे प्रदर्शन से उस नुकसान की भरपाई हो सकती है।

3. Simplicity (सरलता) in Mutual Funds

Heading Explanation: पासिव फंड्स को समझना और निवेश करना बहुत आसान होता है। इनमें किसी भी विशेषज्ञ या म्यूचुअल फंड मैनेजर की सक्रिय रूप से स्टॉक्स का चयन करने की आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए ये निवेशकों के लिए बेहद सरल और समय-बचत वाला विकल्प हैं। आपको केवल उस इंडेक्स का चयन करना होता है, जिसे आप ट्रैक करना चाहते हैं।

How to Start:

  1. Demat और Trading खाता खोलें: आप एक ब्रोकर या म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर के माध्यम से खाता खोल सकते हैं।
  2. फंड चुनें: एक ऐसा फंड चुनें जो किसी प्रमुख इंडेक्स जैसे Nifty 50, Sensex, S&P 500 आदि को ट्रैक करता हो।
  3. निवेश करें: आप SIP (Systematic Investment Plan) के माध्यम से छोटी राशि से शुरुआत कर सकते हैं या एकमुश्त निवेश कर सकते हैं।
  4. निवेश का ट्रैक रखें: एक बार निवेश करने के बाद, आप प्रदर्शन देख सकते हैं, लेकिन बार-बार चेक करने से बचें, क्योंकि पासिव फंड्स का सर्वश्रेष्ठ परिणाम लंबी अवधि में मिलता है।

Example: मान लीजिए, आप Nifty 50 ETF में ₹10,000 का निवेश करते हैं, तो आपका पैसा स्वचालित रूप से Nifty 50 में शामिल 50 कंपनियों में निवेश हो जाएगा।

4. Mutual Funds Have Consistent Long-Term Growth (लंबी अवधि में स्थिर विकास)

Heading Explanation: पासिव फंड्स आमतौर पर व्यापक बाजार इंडेक्स को ट्रैक करते हैं, और ये इंडेक्स लंबी अवधि में लगातार वृद्धि दर्शाते हैं। विशेष रूप से, विकसित बाजारों में यह लगातार बेहतर प्रदर्शन करते आए हैं। हालांकि बाजार में उतार-चढ़ाव हो सकते हैं, लेकिन समय के साथ इन फंड्स का प्रदर्शन बेहतर साबित हुआ है।

Example:

YearNifty 50 Index GrowthPassive Fund Growth
202012%12%
202115%15%
202210%10%

Why it matters:

  • Nifty 50 जैसे इंडेक्स ने ऐतिहासिक रूप से लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न दिया है।
  • Passive Fund इन इंडेक्स को ट्रैक करता है और इस प्रकार यह रिटेल निवेशकों के लिए एक स्थिर और विश्वसनीय निवेश विकल्प है।

5. Lower Risk (कम जोखिम) in mutual funds 

Heading Explanation: पासिव फंड्स में कम जोखिम होता है क्योंकि ये किसी एक सेक्टर या कंपनी के प्रदर्शन पर निर्भर नहीं होते। इन फंड्स का उद्देश्य बाजार को ट्रैक करना है, न कि उसे मात देना। इस प्रकार, निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव से ज्यादा चिंता नहीं होती।

Example: अगर आप S&P 500 को ट्रैक करने वाले फंड में निवेश करते हैं, तो आपका निवेश 500 प्रमुख कंपनियों में बंट जाता है, जिससे जोखिम कम होता है। इससे एक सेक्टर या कंपनी के खराब प्रदर्शन से आपके निवेश पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ता।

6. How to Start Investing in Mutual Funds (Mutual फंड्स में निवेश कैसे शुरू करें)

Heading Explanation: पासिव फंड्स में निवेश करना एक आसान प्रक्रिया है। यहां हम इसे सरल और समझने योग्य तरीके से विस्तार से बताएंगे।

Steps to Start:

  1. Demat और Trading खाता खोलें: पहले आपको एक Demat और Trading खाता खोलने की जरूरत होती है। आप इसे किसी ब्रोकर या म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर के जरिए खोल सकते हैं।
  2. फंड का चयन करें: अपने निवेश के लक्ष्य के अनुसार एक फंड चुनें। उदाहरण के लिए, यदि आप भारतीय बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो Nifty 50 या Sensex ट्रैक करने वाले फंड्स चुन सकते हैं।
  3. SIP शुरू करें: यदि आप छोटी राशि से शुरुआत करना चाहते हैं, तो SIP (Systematic Investment Plan) के माध्यम से निवेश करें।
  4. निवेश का ट्रैक रखें: निवेश के बाद आप अपने फंड के प्रदर्शन को समय-समय पर ट्रैक कर सकते हैं, लेकिन बार-बार इसे चेक करने से बचें।

best mutual funds to invest in 2024

. Equity Mutual Funds (Stock Funds)

अगर आपके पास लंबा समय है (5+ साल) और आप बाजार के उतार-चढ़ाव को सहन कर सकते हैं, तो इक्विटी फंड्स अच्छा विकल्प हो सकते हैं। ये फंड्स स्टॉक्स में निवेश करते हैं और अच्छे रिटर्न की संभावना रखते हैं।

  • SBI Bluechip Fund
  • HDFC Top 100 Fund
  • Mirae Asset Large Cap Fund

2. Index Funds (Passive Funds)

ये फंड्स किसी खास इंडेक्स (जैसे Nifty 50 या Sensex) को ट्रैक करते हैं। ये उन लोगों के लिए अच्छे होते हैं जो कम फीस और आसान निवेश चाहते हैं।

  • Nippon India Index Fund – Nifty 50 Plan
  • ICICI Prudential Nifty Next 50 Index Fund
  • UTI Nifty Index Fund

3. Hybrid Funds (Balanced Funds)

हाइब्रिड फंड्स स्टॉक्स और बांड्स दोनों में निवेश करते हैं। ये उन लोगों के लिए अच्छे होते हैं जो कम जोखिम के साथ अच्छा रिटर्न चाहते हैं।

  • HDFC Hybrid Equity Fund
  • Mirae Asset Hybrid Equity Fund
  • ICICI Prudential Balanced Advantage Fund

4. Debt Funds (Fixed Income Funds)

अगर आप सुरक्षित निवेश और नियमित आय चाहते हैं, तो डेब्ट फंड्स एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं। ये फंड्स बांड्स और दूसरे फिक्स्ड-इनकम इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं।

  • HDFC Corporate Bond Fund
  • ICICI Prudential Short Term Fund
  • Axis Treasury Advantage Fund

5. Thematic & Sector Funds

ये फंड्स किसी खास सेक्टर या थीम में निवेश करते हैं, जैसे टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर, या इंफ्रास्ट्रक्चर। इनसे अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं, लेकिन इनमें जोखिम भी होता है।

  • Nippon India Pharma Fund
  • ICICI Prudential Technology Fund
  • Franklin India Opportunities Fund

6. International Funds

अगर आप अपनी निवेश को वैश्विक स्तर पर फैलाना चाहते हैं, तो अंतर्राष्ट्रीय फंड्स एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं। ये विदेशी बाजारों में निवेश करते हैं।

  • Motilal Oswal Nasdaq 100 ETF
  • Franklin India Feeder – Franklin U.S. Opportunities Fund
  • Parag Parikh Long Term Equity Fund (Global Exposure)

How to Start Investing in Mutual Funds in 2025:

  1. Choose a Fund Based on Your Risk Appetite: पहले यह तय करें कि आप कितना जोखिम ले सकते हैं, फिर उसी के अनुसार फंड चुनें।
  2. Start with SIP (Systematic Investment Plan): SIP से आप हर महीने एक छोटी रकम निवेश कर सकते हैं। यह आसान और सुविधाजनक तरीका है।
  3. Research the Fund’s Performance: फंड के पिछले प्रदर्शन और उसकी फीस के बारे में जानकारी लें।
  4. Diversify Your Portfolio: एक ही फंड में सारे पैसे न डालें, बल्कि अलग-अलग फंड्स में निवेश करें।
  5. Monitor and Review Your Investments: समय-समय पर अपने निवेश को देखें और सुनिश्चित करें कि वे आपके लक्ष्य से मेल खाते हैं।

Important Considerations:

  • Fund Manager’s Expertise: फंड के प्रदर्शन में फंड मैनेजर की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। अच्छे फंड मैनेजर वाले फंड को चुनें।
  • Expense Ratio: कम फीस वाले फंड्स अच्छे होते हैं क्योंकि ज्यादा फीस आपके रिटर्न को कम कर सकती है।
  • Time Horizon: लंबी अवधि तक निवेश करने से आपको ज्यादा फायदा हो सकता है, खासकर इक्विटी और हाइब्रिड फंड्स में।
WhatsApp
Facebook
Telegram

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.