HMPV Virus Symptoms

HMPV Alert: India’s Response to Rising Cases in China 2025

HMPV Virus Symptoms, Prevention, and Treatment

HMPV Symptoms
एचएमपीवी (HMPV) के लक्षण सामान्य सर्दी और फ्लू जैसे होते हैं। इसमें खांसी, बुखार, नाक बंद होना, सांस लेने में दिक्कत और गले में खराश जैसे लक्षण शामिल हैं। लक्षण संक्रमित व्यक्ति से संपर्क में आने के 3-6 दिन के अंदर दिखाई देते हैं।

HMPV का फैलाव कैसे होता है?
एचएमपीवी (HMPV) मुख्य रूप से खांसने, छींकने और संक्रमित सतहों को छूने से फैलता है। संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने या व्यक्तिगत संपर्क से भी वायरस फैल सकता है।

Treatment and Vaccination
एचएमपीवी के लिए फिलहाल कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। इसके इलाज का उद्देश्य लक्षणों को कम करना है। यदि लक्षण गंभीर हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

How to Differentiate Between Common Cold and HMPV
एचएमपीवी के लक्षण सामान्य सर्दी के जैसे ही होते हैं, लेकिन पहली बार संक्रमित होने पर स्थिति गंभीर हो सकती है। बार-बार संक्रमण होने पर लक्षण हल्के हो जाते हैं।

Tips to Prevent HMPV
एचएमपीवी और अन्य सांस से जुड़ी बीमारियों से बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखें:

  • अपने हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं या अल्कोहल-आधारित सैनिटाइजर का उपयोग करें।
  • खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को ढकें।
  • बीमार व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें और मास्क पहनें।
  • बिना धोए अपने आंख, नाक और मुंह को न छूएं।
  • बीमार होने पर सेल्फ-आइसोलेशन का पालन करें।

HMPV के खतरे
युवा बच्चे (5 साल से कम), बुजुर्ग और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग एचएमपीवी से अधिक प्रभावित हो सकते हैं। यदि खांसी, सांस लेने में कठिनाई, या घरघराहट जैसे लक्षण गंभीर हो जाएं, तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें।

 

HMPV  in India: Health Ministry Forms Monitoring Group as Cases Spike in China

 

Rising HMPV Cases in China: Health Ministry Takes Action in India

चीन में एचएमपीवी (Human Metapneumovirus) के मामलों में वृद्धि के बाद, भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में श्वसन और मौसमी फ्लू के मामलों पर नजर रखने के लिए एक निगरानी समूह का गठन किया है। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) इस स्थिति को बारीकी से ट्रैक कर रहा है।

सोशल मीडिया पोस्ट्स में यह दावा किया गया है कि चीन में एचएमपीवी तेजी से फैल रहा है और इसके कारण वहां के अस्पतालों पर दबाव बढ़ रहा है। भारत सरकार ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया है और 4 जनवरी को एक संयुक्त निगरानी समूह की बैठक आयोजित की है।

Health Ministry’s Meeting: Review of Preparedness in India Regarding HMPV

स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक: भारत में तैयारियों की समीक्षा

यह बैठक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल (DGHS) की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें WHO, आपदा प्रबंधन, आईसीएमआर, NCDC और अन्य स्वास्थ्य संस्थाओं के विशेषज्ञों ने भाग लिया। बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि श्वसन संक्रमणों के लिए भारत में पहले से ही एक मजबूत निगरानी प्रणाली मौजूद है और वर्तमान में कोई असामान्य वृद्धि नहीं देखी जा रही है।

HMPV Symptoms and Spread: Key Information You Need to Know

एचएमपीवी के लक्षण और प्रसार: जानें क्या हैं मुख्य संकेत

एचएमपीवी के लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना, सांस लेने में तकलीफ, ब्रोंकाइटिस या निमोनिया शामिल हो सकते हैं। यह वायरस मुख्य रूप से खांसी और छींक के माध्यम से फैलता है, और निकट संपर्क जैसे हाथ मिलाना या संक्रमित सतहों को छूने से भी इसका प्रसार हो सकता है।

एचएमपीवी का इन्क्यूबेशन पीरियड 3 से 6 दिन होता है और यह विभिन्न लोगों में अलग-अलग समय तक रहता है।

How to Prevent the Spread of HMPV: Precautionary Measures

एचएमपीवी के प्रसार को कैसे रोके: सामान्य सावधानियाँ

एचएमपीवी के प्रसार को रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

  • साबुन से हाथों को 20 सेकंड तक धोएं।
  • संक्रमित व्यक्तियों से निकट संपर्क से बचें।
  • खांसी और छींकते समय मुंह और नाक को ढकें।
  • बीमारी के लक्षण दिखने पर घर पर रहें और दूसरों से संपर्क से बचें।
HMPV in India: As cases spike

एचएमपीवी (HMPV) भारत में: चीन में मामलों में वृद्धि के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने निगरानी समूह का गठन किया

चीन में एचएमपीवी के बढ़ते मामले: भारत में स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रतिक्रिया

चीन में एचएमपीवी (Human Metapneumovirus) के मामलों में तेजी आने के बाद, भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में श्वसन और मौसमी फ्लू के मामलों पर नजर रखने के लिए एक निगरानी समूह का गठन किया है। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) इस स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है।

सोशल मीडिया पोस्ट्स में यह दावा किया गया है कि चीन में एचएमपीवी तेजी से फैल रहा है और इसके कारण वहां के अस्पतालों पर दबाव बढ़ रहा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, भारतीय सरकार ने 4 जनवरी को एक संयुक्त निगरानी समूह की बैठक आयोजित की है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक: भारत में तैयारियों की समीक्षा

यह बैठक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल (DGHS) की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें WHO, आपदा प्रबंधन, आईसीएमआर, NCDC और अन्य स्वास्थ्य संस्थाओं के विशेषज्ञों ने भाग लिया। बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि भारत में पहले से ही श्वसन और फ्लू जैसी बीमारियों के लिए एक मजबूत निगरानी प्रणाली मौजूद है, और वर्तमान में कोई असामान्य वृद्धि नहीं देखी जा रही है।

एचएमपीवी के लक्षण और प्रसार: महत्वपूर्ण जानकारी

एचएमपीवी के लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना, सांस लेने में कठिनाई, और गंभीर मामलों में ब्रोंकाइटिस या निमोनिया शामिल हैं। यह वायरस मुख्य रूप से खांसी और छींक के माध्यम से फैलता है, साथ ही निकट संपर्क जैसे हाथ मिलाना या संक्रमित सतहों को छूने से भी इसका प्रसार हो सकता है।

एचएमपीवी का इन्क्यूबेशन पीरियड 3 से 6 दिन होता है, और बीमारी की अवधि गंभीरता के आधार पर भिन्न हो सकती है।

एचएमपीवी के प्रसार को कैसे रोकें: एहतियाती उपाय

एचएमपीवी के प्रसार को रोकने के लिए निम्नलिखित सामान्य सावधानियाँ अपनाएं:

  • साबुन से हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक धोएं।
  • अनहाइजीनिक हाथों से आंखों, नाक या मुंह को न छुएं।
  • बीमार व्यक्तियों से निकट संपर्क से बचें।
  • खांसी और छींकते समय मुंह और नाक को ढकें।
  • कप, चम्मच और अन्य बर्तनों को साझा करने से बचें, और बीमार होने पर घर पर रहें।
Facebook
WhatsApp
Telegram

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.